Posts

Showing posts from September, 2007

क्रिकेट की जीत हुई

फर्राटा क्रिकेट के पहले विश्वकप में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम कर लिया। पारंपरिक और कड़े प्रतिद्वंदी भारत और पाक आमने सामने थे। क्रिकेट में इन दोनों टीमों की भिड़ंत क्रिकेट प्रेमियों के ड्रीम की तरह है। जो रोमांच और दीवानगी इनके मैचों में होती है वो कहीं और देखने को नहीं मिलती। हर टूर्नामेंट के आयोजकों का सपना होता है कि फाइनल भारत और पाक के बीच हो। जब बात विश्वकप फाइनल की हो तो जो गर्मी २४ तारीख को महसूस हुई वह अनअपेक्शित नहीं थी।न सिर्फ भारत-पाकिस्तान बल्कि दुनिया के हर क्रिकेट खेले जाने वाले देश में रोमांच अपने चरम पर था। जो जुनून और खेल दोनों टीमों ने दिखाया उससे हर क्रिकेट का शौकीन रोमांचित हो गया। मैच के बाद शाहिद अफरीदी और धोनी ने सही कहा कि हार-जीत इतनी महत्वपूर्ण नहीं थी जितना अच्छा खेल खेलना। और इसमें कोई शक नहीं कि कल क्रिकेट अच्छा खेला गया। कई तरह के विवादों और विश्वकप २००७ के बाद से क्रिकेट में निरसता आ गई थी। इस टूर्नामेंट ने कम से कम नई जान तो फूंकी। कल भले ही भारत जीता हो लेकिन वास्तव में जीत तो क्रिकेट की ही हुई है।

जरा ध्यान दें

पूर्व चीफ जस्टीस वाय के सबरवाल के बारे में आटीर्कल लिखने के कारण मिड-डे के तीन पत्रकारों को चार माह की जेल की सजा सुना दी गई। कोर्ट की अवमानना के तहत इन्हें सजा सुनाई गई है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट से इन्हें राहत मिली है लेकिन फिर भी स्थिति चिंता जनक है। अब मय सबूतों के भी किसी के खिलाफ लिखने में सतर्कता बरतनी होगी। भारत में मीडिया पर लगाम कसने के लिए लाए जा रहे बिल पर चर्चा जारी है। इसपर बहस हो रही है कि इससे अभिव्यिक्त की आजादी का अधिकार तो कहीं प्रभावित नहीं होगा। हाल ही में इंडिया लाइव चैनल के फर्जी स्टिंग ऑपरेशन के कारण मामला और गरमा गया है और इससे उन लोगों को अपनी बात रखने में वजन मिल गया है जो मीडिया पर लगाम कसना चाहते हैं, खासकर नेता बिरादरी। इलेक्ट्रानिक मीडिया के आने से कई गंभीर अपराधों और भ्रष्टाचारों का खुलासा हुआ है। कई नेता और प्रभुत्व रखने वाले लोग बेनकाब हुए हैं। इसके कारण इन लोगों पर काफी दबाव था। अभी इन सभी लोगों को बहाना मिल गया है मीडिया को काबू में रखने का। अगर गौर करें तो कहीं न कहीं मीडिया खुद भी इस स्थिति के लिए दोषी है। अगर गौर करें तो कहीं न कहीं मीडिया खुद भी इ...

आज मौसम बेइमान है

आज इंदौर में माहौल खुशनुमा है। बादल घिरे हुए हैं और बारिश की संभावना है। हालांकि पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है लेकिन आज ज्यादा घनघोर बारिश होने की संभावना है। दिन के साढ़े ग्यारह बजे ही ऐसा लग रहा है जैसे शाम के साढ़े सात बज चुके हैं। ठंडी-ठंडी हवाएं चल रही हैं और लोग चेहरे पर मुस्कान लेकर गाड़ी चला रहे हैं। इससे लगता है कि आज शहर में काइम कम होगा। गुंडे किस्म के लोग मौसम की खुमारी में शराब ज्यादा पी लेंगे। इससे यह होगा कि वे होश में नहीं रहेंगे और काइम करने की सूरत में नहीं रहेंगे। आज का दिन कॉ‍लेज जाने वाली लड़कियों के लिए मुसीबत का होगा। मौसम आशिकाना है और लड़के इस फिराक में होंगे कि जैसे ही कोई खूबसूरत लड़की मिले उसे छेड़ा जाए, कम से कम आई टा‍निक तो ले ही लिया जाए। लड़कियां भी आज गाड़ी लहराते हुए और कुछ गीत गुनगुनाते हुए दिख सकती हैं। भाई मौसम का कसूर है, हर व्यिक्त को सुरूर है। हां आज सड़क किनारे शनी महाराज के तेल से भजिए बनाने वालों की भी चेत जाएगी। लोगों का हुजूम इन ठेलों पर देखा जा सकेगा। नमस्कार आज बस इतना ही।

rishta

वो एक कच्ची मिट्टी-सा रिश्ता और मैं एक नौसिखिया कुम्हार,कई बार चढ़ाया उसे चक्र पर,कई बार बिगड़ा मेरे हाथों से,पर हिम्मत नहीं हारीटेढ़ी-मेढ़ी शक्लें देता रहाइस उम्मीद में कि किसी दिन सीख जाऊँगा मैं भी रिश्तों को गढ़नासुंदर आकार देनावो एक कच्ची मिट्टी-सा रिश्ताअलगाव की तपिश में पकाया कभीकभी रंगा जीवन के नए रंगों सेसपनों की चित्रकारी की उस पर तो कभी भरा नई उमंगों सेकि जब भी कोई जीवन की कड़ी धूप में चलतेबैठ जाए थककरतो दे सकूँ कुछ मीठी-सी ठंडक लेकिन वो एक कच्ची मिट्टी-सा रिश्ताआखिर था तो कच्ची मिट्टी से बना और मैं एक नौसिखिया कुम्हार... शैफाली शर्मा की यह कविता कैसी है कमेंट करें।

जो दिल में है कह डालो

चलो कुछ कर दिखाएँस्वागत है आपका मेरे ब्ला‍ग पर. अब आपके दिल में जो कुछ भी हो कह डालिये.